शिक्षक बनने को आतुर आवेदकों को लगा झटका

उरई, कार्यालय संवाददाता : टीईटी उत्तीर्ण करने के बाद शिक्षक बनने का सपना संजोये आवेदकों को फिर झटका लग गया है। वे जितने जनपदों से आवेदन करेगे उतने ही बार उनको शुल्क अदा करना पड़ेगा।
एक वर्ष पूर्व जब प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के आवेदन निकले थे तब आवेदकों को बाद में शुल्क में छूट प्रदान की गई थी और हर जनपद के लिए अलग-अलग ड्राफ्ट नहीं बनवाने पड़े थे परंतु इस बार सरकार ने हर जनपद के लिए अलग शुल्क जमा करने की शर्त फिर बहाल कर दी है। सामान्य, पिछड़ा और अन्य वर्ग के आवेदकों को 500 और अनुसूचित वर्ग के लिए 200 रुपये प्रति जनपद शुल्क रखा गया है जबकि विकलांगों को इससे मुक्त रखा गया है। बेरोजगार आवेदकों को यह रास नहीं आ रहा है। ज्यादातर का कहना है कि पिछली बार की तरह ही आवेदक से कितने भी जनपदों में आवेदन करने के बावजूद एक ही शुल्क जमा कराने का प्रावधान होना चाहिए। बीएड कर चुके राजेंद्र ने बताया कि टीईटी करने के बाद लगा था कि नौकरी जल्दी मिल जाएगी पर इस मामले में लगातार टालमटोल हो रही है। पिछली बार ही किसी तरह आवेदन करने के लिए शुल्क का इंतजाम कर पाया था। अब अलग-अलग जनपदों से आवेदन का लाभ लेना उसके बूते में नहीं है। अगर अब पांच जनपदों से ही आवेदन करेगे तो ढाई हजार रुपये खर्च करने पड़ेगे। अनिल चतुर्वेदी, मनीष राज ने कहा कि सरकार का यह फैसला बेरोजगारों के लिए बहुत भारी पड़ रहा है। सरकार ने जिस तरह से भर्ती प्रक्रिया शुरू करके अच्छा कदम उठाया है उसी तरह से उसे शुल्क में भी रियायत देनी चाहिए। नारायण पाल ने कहा कि अलग-अलग जनपदों के लिए अलग-अलग शुल्क का प्रावधान गरीब आवेदकों पर महंगा पड़ेगा। संजय ने भी कहा कि शुल्क की इस व्यवस्था से प्रतियोगिता में गरीबों के बजाय संपन्न घरों के आवेदक बाजी मार ले जायेंगे।
इनसेट--
पिछली बार के ड्राफ्ट का धन नहीं हुआ वापस
उरई : गत वर्ष जब शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए थे तो उस समय किसी तरह का विवाद नहीं था परंतु बाद में इस प्रक्रिया को निरस्त कर दिया गया। जिन आवेदकों ने पहले कई ड्राफ्ट लगा दिए थे भर्ती प्रक्रिया रद्द करने के बाद उनको पैसा/ड्राफ्ट लौटाने का भरोसा दिलाया गया था परंतु अभी तक सरकार ने उस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया है। अजय कुमार, साधना ने कहा कि अगर सरकार वे ड्राफ्ट वापस कर देती तो इस बार आवेदन में राहत मिल जाती। उन्होंने मांग की कि उक्त आवेदकों को इस बार शुल्क में छूट प्रदान की जाए।

Labels: ,



Leave A Comment:

Find us on facebook

Powered by Blogger.