जूनियर हाईस्कूलों में भी नियुक्त हो सकेंगे बीएड डिग्रीधारक

बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित जूनियर हाईस्कूलों में गणित और विज्ञान शिक्षकों के 50 प्रतिशत सीधी भर्ती के पदों और अन्य विषयों में पदोन्नति के लिए उपयुक्त अभ्यर्थी न मिलने पर उन पर भी सीधी भर्ती के जरिये टीईटी/सीटीईटी उत्तीर्ण बीएड/ बीएड (विशेष शिक्षा)/ डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारक नियुक्त किये जा सकेंगे। कैबिनेट ने इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 में संशोधन कर दिया है
72 हजार शिक्षकों की सीधी भर्ती को मिली मंजूरी
कैबिनेट का फैसला: टीईटी पास बीएड डिग्रीधारक बनेंगे प्रशिक्षु अध्यापक,
गणित-विज्ञान के शिक्षकों के लिए 50% पद आरक्षित
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की सीधी भर्ती को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास बीएड डिग्रीधारकों को 72 हजार 825 प्रशिक्षु अध्यापक के पद पर रखने का रास्ता साफ हो गया है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 में किए गए संशोधन की मंजूरी दे दी गई है। लेकिन विधान मंडल सत्र चलने के कारण सरकार ने इन फैसलों को सार्वजनिक नहीं किया। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद कक्षा 8 तक के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए रिक्त पदों पर टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को प्रशिक्षु सहायक अध्यापक के पद पर सीधी भर्ती की व्यवस्था दी गई है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली में शिक्षकों की सीधी भर्ती का प्रावधान नहीं था। इसके लिए नियमावली में संशोधन किया गया। शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए बीटीसी पास अभ्यर्थियों की कमी है। इसलिए यूपी टीईटी और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित टीईटी पास बीएड, बीएड (विशेष शिक्षा) व डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारियों को प्रशिक्षु शिक्षक के पद पर होने वाली सीधी भर्ती के लिए पात्र मान लिया गया है। प्रशिक्षु शिक्षकों को 7300 रुपये नियत वेतनमान दिया जाएगा। इसके बाद छह माह की ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी।
सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में गणित और विज्ञान के शिक्षकों के लिए 50 फीसदी पदों को आरक्षित किया है।
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शिक्षकों की भर्ती के लिए हाईस्कूल 10%, इंटरमीडिएट 20, स्नातक 40 और बीएड को 30%गुणांक मानते हुए मेरिट बनाई जाएगी। इसके लिए जिलेवार ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है।
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7300
नियत वेतनमान होगा प्रशिक्षु शिक्षकों का
2,57,939
1.60
क्‍या है स्थिति
कैबिनेट के अन्य फैसले
निजी विश्वविद्यालय खोलना हुआ अब आसान
ड्रिप सिंचाई के लिए सरकार देगी 90% सब्सिडी
ग्रामीण शौचालय के लिए 1400 रुपये सब्सिडी
भर्ती के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य
प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि भर्ती शासनादेश जारी होने के बाद ही शुरू होगी।
सीएम अखिलेश यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया फैसला। 

शिक्षक भर्ती का रास्ता साफ

जागरण ब्यूरो, लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के 72,825 रिक्त पदों पर भर्ती को लेकर जारी गतिरोध और असमंजस खत्म हो गया है। इन पदों पर राज्य व केंद्र सरकार द्वारा आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी/सीटीईटी) उत्तीर्ण बीएड/बीएड (विशेष शिक्षा)/डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारकों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षु शिक्षक नियुक्त करने का रास्ता साफ हो गया है। प्रशिक्षु शिक्षक के रूप में उन्हें 7300 रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की मंशा के अनुसार प्रशिक्षु शिक्षक जैसे-जैसे प्रारंभिक शिक्षा शास्त्र में छह महीने की ट्रेनिंग पूरी करते जाएंगे, वैसे-वैसे उन्हें स्थायी शिक्षक की नियुक्ति दी जाती रहेगी। स्थायी नियुक्ति पर उन्हें स्थायी शिक्षक का वेतनमान मिलने लगेगा। प्रदेश में पहली बार होने वाली प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मंगलवार को कैबिनेट ने उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। संशोधन के तहत परिषदीय स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती करने और ट्रेनिंग के बाद उन्हें सहायक अध्यापक की नियुक्ति देने का प्रावधान जोड़ा गया है। तय हुआ है कि टीईटी उत्तीर्ण बीएड डिग्रीधारकों काप्रशिक्षु शिक्षक के तौर पर चयन करने के लिए अभ्यर्थियों के हाईस्कूल प्राप्तांक प्रतिशत के 10, इंटरमीडिएट के 20, स्नातक के 40 और बीएड के 30 प्रतिशत अंकों को जोड़कर मेरिट तैयार की जाएगी। मेरिट के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग का क्रम तय किया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को शासनादेश जारी होने की संभावना है। शासन की मंशा है कि प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए सात दिसंबर को विज्ञापन प्रकाशित कर चयन प्रक्रिया 31 मार्च 2013 तक पूरी कर ली जाए।
लखनऊ/ब्यूरो | Last updated on: December 5, 2012 1:36 AM IST

राज्य सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में प्रशिक्षु शिक्षकों की सीधी भर्ती को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास बीएड डिग्रीधारकों को 72 हजार 825 प्रशिक्षु अध्यापक के पद पर रखने का रास्ता साफ हो गया है।

इसके अलावा उच्च प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों के कुल पदों में 50 फीसदी को गणित व विज्ञान शिक्षकों की सीधी भर्ती के लिए आरक्षित कर दिया गया है। साथ ही, बेसिक शिक्षा परिषद से सहायता प्राप्त जूनियर हाई स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए टीईटी पास होना अनिवार्य कर दिया गया है। हालांकि भर्ती शासनादेश जारी होने के बाद ही शुरू होगी। कैबिनेट ने मोअल्लिम वालों को टीईटी से छूट देने पर सहमति जताई लेकिन मामले पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ दिया।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 में किए गए संशोधन की मंजूरी दे दी गई है। लेकिन विधान मंडल सत्र चलने के कारण सरकार ने इन फैसलों को सार्वजनिक नहीं किया।

शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद कक्षा 8 तक के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए रिक्त पदों पर टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को प्रशिक्षु सहायक अध्यापक के पद पर सीधी भर्ती की व्यवस्था दी गई है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली में शिक्षकों की सीधी भर्ती का प्रावधान नहीं था। इसके लिए नियमावली में संशोधन किया गया।

शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए बीटीसी पास अभ्यर्थियों की कमी है। इसलिए यूपी टीईटी और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद नई दिल्ली द्वारा आयोजित टीईटी पास बीएड, बीएड (विशेष शिक्षा) व डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारियों को प्रशिक्षु शिक्षक के पद पर होने वाली सीधी भर्ती के लिए पात्र मान लिया गया है। प्रशिक्षु शिक्षकों को 7300 रुपये नियत वेतनमान दिया जाएगा। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से इन शिक्षकों को छह माह की ट्रेनिंग देकर सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति दी जाएगी।

सरकार ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में गणित और विज्ञान के शिक्षकों को रखने के लिए 50 फीसदी पदों को आरक्षित कर दिया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली 1981 के 15वें संशोधन में यह व्यवस्था कर दी गई है। इसके मुताबिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान एवं गणित के सहायक अध्यापकों के 50 प्रतिशत पदों पर तथा इसके अतिरिक्त विषयों में पदोन्नति के लिए पात्र शिक्षक उपलब्ध न होने के कारण इन पदों पर शिक्षकों की सीधी भर्ती की जाएगी। इसके लिए टीईटी पास बीएड, बीएड (विशेष शिक्षा) व डीएड (विशेष शिक्षा) डिग्रीधारी पात्र होंगे।

प्रक्रिया
शिक्षकों की भर्ती के लिए हाईस्कूल 10 प्रतिशत, इंटरमीडिएट 20, स्नातक 40 और बीएड को 30 प्रतिशत गुणांक मानते हुए मेरिट बनाई जाएगी। इसके लिए जिलेवार ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इस संबंध में शीघ्र ही शासनादेश जारी करने की तैयारी है। प्रदेश में 1.60 लाख प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलें हैं। प्राथमिक स्कूलों में 3 लाख, 86 हजार, 726 तथा उच्च प्राथमिक स्कूलोें में 1 लाख 58 हजार पद स्वीकृत हैं। पर मौजूदा समय मात्र 2 लाख, 86 हजार, 787 शिक्षक कार्यरत हैं और 2 लाख, 57 हजार 939 पद रिक्त हैं।

इलाहाबाद [जाब्यू]। हाई कोर्ट ने प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों एवं जूनियर हाईस्कूलों के अध्यापकों के लिए टीईटी की अनिवार्यता की अधिसूचना जारी करने में विलंब पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। अदालत ने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार बच्चों की शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं है।
कोर्ट ने राज्य सरकार द्वारा अपना स्टैण्ड बदलने व अधिसूचना जारी करने में देरी पर मुख्य सचिव से स्पष्टीकरण के साथ व्यक्तिगत हलफनामा मांगा है। साथ ही पूछा है कि सरकार कार्यरत अध्यापकों पर टीईटी अनिवार्यता की अधिसूचना जारी करने में क्यों देरी कर रही है और क्या नियमावली में संशोधन किया जाना जरूरी है।
सरकार ने पहले कहा कि अधिसूचना जारी करने जा रहे हैं, नियम में संशोधन नहीं होगा और बाद में नियमावली में संशोधन के लिए समय मांगा। याचिका की सुनवाई सात दिसंबर को होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने इन्द्रासन सिंह की याचिका पर दिया है।
कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2009 में नि:शुल्क व अनिवार्य शिक्षा कानून पारित किया। इसके तहत राज्य सरकार ने 2011 में उप्र नि:शुल्क व अनिवार्य शिक्षा नियमावली भी बना ली है। इस नियमावली व कानून के तहत प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों व जूनियर हाई स्कूल के अध्यापकों की नियुक्ति की पात्रता टीईटी है।
कोर्ट में मौजूद प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने कोर्ट के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर नहीं दिया कि आखिर किन कारणों से अधिसूचना में विलंब हो रहा है। याचिका में कहा गया है कि इसके चलते बच्चों के शिक्षा पाने के अधिकार की पूर्ति नहीं हो पा रही है।
गौरतलब है कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के 72,825 रिक्त पदों पर बीएड डिग्रीधारकों को पहले प्रशिक्षु शिक्षक नियुक्त करने के लिए उप्र बेसिक शिक्षा सेवा नियमावली 1981 में संशोधन के प्रस्ताव पर भी कैबिनेट के विचाराधीन है और इस प्रस्ताव मंगलवार कैबिनेट की बैठक में मुहर लग सकती है। प्रस्ताव के मुताबिक छह महीने का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने पर प्रशिक्षु शिक्षकों को स्थायी शिक्षक की नियुक्ति दी जाएगी।

लखनऊ [जाब्यू]। वर्ष 1997 से पहले के मुअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित स्कूलों में शिक्षक नियुक्त करने की राह तलाशने में जुटी राज्य सरकार विधिक परामर्श प्राप्त होने के बाद मंगलवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दिला सकती है। 1997 से पहले के मुअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा इन टीचिंग करने वाले अभ्यर्थियों को उर्दू शिक्षक नियुक्त करने के लिए सरकार उन्हें अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) से छूट दिलाने की राह तलाश रही है। वर्तमान में उर्दू शिक्षकों के 2911 पद रिक्त हैं। इस संबंध में सरकार ने हाल ही में विधिक परामर्श हासिल किया था। विधिक परामर्श में कहा गया कि 1997 से पहले के मुअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) से डिप्लोमा इन टीचिंग करने वाले अभ्यर्थियों को उर्दू शिक्षक नियुक्त करने के लिए राज्य सरकार पहले विज्ञापन प्रकाशित करे। विज्ञापन प्रकाशित करने पर यदि टीईटी उत्ताीर्ण मुआल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों के आवेदन समुचित संख्या में प्राप्त हो जाते हैं तो सरकार उन्हें शिक्षक नियुक्त कर दे। यदि समुचित संख्या में टीईटी उत्ताीर्ण मुअल्लिम-ए-उर्दू उपाधि धारक नहीं मिलते हैं तो नि:शुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 23(2) के तहत सरकार केंद्र से इन अभ्यर्थियों को टीईटी से छूट दिये जाने की मांग कर सकती है। विधिक परामर्श प्राप्त होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने इस आशय के प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति हासिल करने के लिए कैबिनेट को प्रस्ताव भेज दिया है। प्रस्ताव में कैबिनेट से यह भी अनुरोध किया गया है कि उपयुक्त व्यवस्था को अमली जामा पहनाने के लिए उप्र बेसिक शिक्षा (अध्यापक) सेवा नियमावली, 1981 में संशोधन किये बिना वह मुख्यमंत्री को अपने स्तर से निर्णय लेने के लिए अधिकृत कर दे।

इलाहाबाद/ब्यूरो | Last updated on: December 4, 2012 12:35 PM IST
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से संचालित परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के खाली पदों पर भर्ती से पूर्व बीटीसी-2010 का परिणाम घोषित नहीं होने से 15,300 अभ्यर्थी नौकरी पाने के अवसर से वंचित हो रहे हैं। परिणाम घोषित करने की प्रशिक्षुओं की मांग को दरकिनार कर सरकार ने आवेदन की तिथि बीत जाने के बाद भी बीटीसी-2010 परिणाम घोषित नहीं की है।

उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से आठ अक्टूबर 2012 से 31 दिसंबर 2012 के बीच शिक्षकों की भर्ती के लिए निर्देश जारी किया गया है। विभाग की ओर से इन पदों पर भर्ती के लिए 20 अकटूबर से 20 नवंबर के बीच आवेदन की तिथि रखी गई थी। बीटीसी प्रशिक्षुओं की मांग के बाद भी परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से परिणाम की घोषणा नहीं की गई।

बीटीसी 2010 बैच की प्रायोगिक परीक्षा के बाद भी अंतिम परिणाम जारी नहीं होने से इस बैच के 15,300 प्रशिक्षुओं को इस भर्ती से वंचित होना पड़ रहा है। बीटीसी प्रशिक्षुओं का कहना है कि उन लोगों ने भर्ती की अर्हता टीटीटी भी पास कर ली है, ऐसे में परीक्षा परिणाम की देरी के कारण उन्हें शिक्षक भर्ती से वंचित होना पड़ेगा। इन अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ाने की भी मांग की थी परंतु इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई।

बीटीसी प्रशिक्षुओं का कहना है कि 2010 बैच के प्रशिक्षण की अवधि एक जुलाई से 30 जून 2012 तक रखी गई थी, दिसंबर शुरू हो जाने के बाद भी बीटीसी 2010 का परिणाम घोषित नहीं किया गया है। प्रशिक्षुओं ने बीटीसी का परिणाम तत्काल घोषित करने के साथ ही आवेदन की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की है। परीक्षा परिणाम की बावत सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी भावना शिक्षार्थी का कहना है कि 18 दिसंबर तक बीटीसी 2010 का परिणाम घोषित किया जाएगा।
Bumper Recruitment : रेलवे बोर्ड ने खाली पद मार्च 2013 तक भरने के दिए निर्देश, भर्ती प्रक्रिया शुरू

चल पड़ी नौकरियों की रेल

1.25 लाख पदों पर होगी भर्ती 
600 पदों के लिए दो दिसंबर को हुई परीक्षा

लखनऊ। रेलवे बोर्ड ने खाली पड़े कुल ढाई लाख पदों में से सवा लाख पद मार्च 2013 तक भरने के निर्देश दिए हैं। रेलवे ने इसके लिए जोनल स्तर पर कवायद भी शुरू कर दी है और दो दिसंबर को 600 पदों के लिए परीक्षा भी कराई गई।
रेलवे बोर्ड ने कहा है कि दिसंबर व जनवरी में परीक्षाएं कराकर फरवरी तक भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। इसके बाद मार्च व अप्रैल 2013 के प्रथम सप्ताह में तैनाती दे दी जाए। इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे ने 2 दिसंबर को छह सौ पदों के लिए भर्ती परीक्षाएं कराईं। उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे में रिक्त पदों की कुल संख्या पंद्रह हजार से ज्यादा है, जबकि दोनों के अकेले लखनऊ मंडल में ग्रुुप सी के दो हजार पद खाली हैं। रेलवे भर्ती बोर्ड, गोरखपुर के अधिकारियों की मानें तो कई अन्य पदों के लिए भी कई चरणों में जल्द परीक्षाएं कराई जाएंगी और नतीजे हर हाल में मार्च तक आ जाएंगे। उधर, उत्तर रेलवे भर्ती बोर्ड भी नए साल में परीक्षाएं आयोजित करेगा। यह क्रम सभी सत्रह जोनल रेलवे में शुरू कर दिया गया है।

1.25 लाख पदों पर होगी भर्ती 
सभी भर्ती बोर्डों की ओर से प्रक्रिया चल रही है। रिक्त पदाें को भरने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे कर्मचारियों पर बहुत अधिक कार्य का दबाव न पड़े। वर्तमान में कई रेलखंडों पर परिचालन कर्मियों की कमी महसूस की जा रही थी। दरअसल, हर साल बजट में ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी जाती है, लेकिन उसके अनुपात में कर्मचारियों की संख्या न बढ़ने से दिक्कतें आ रही थीं। अब हर साल मंडल स्तर पर रेलवे रिक्रूटमेंट सेल व जोनल स्तर पर खाली पदों को भरेगा। -अनिल सिन्हा, प्रवक्ता, रेलवे बोर्ड
ग्रुप सी कर्मचारियाें पर बढ़ रहा बोझ, एसएम, आरक्षण बाबू, लोको पायलट सहित कई पदों पर होगी भर्ती

News link : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121204a_001163015&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20121204a_001163015
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2013 will be of BUMPER JOBS / RECRUITMENT in INDIA, More than 10 LAKH vacancies are for RTE implementation,
RAILWAY and Other Depts. in India also going to start their bumper recruitment.

Before/By LOK SABHA election 2014, Bumper recruitment can be seen.

UPTET : UP Cabinet's Meeting will be today

As per news spread on Facebook - UP cabinet meeting will be held on today  and a decision can  come about advertisement for UPTET candidates.



What candidates are discussing on Facebook -

From Facebook wall -
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FB Group - Teacher's Helpdesk
Shakul Gupta
jis din sarkaar ne ye kaha tha ki tet ko nirast nahi kiya jaayega , us din hi ye saaf ho gaya ki sarkaar TET 2011 PAR DHANDHALI KE KATHITH AAROP LAGAANE KA NAITIK ADHIKAAR KHO CHUKI HAI aur isi tet par bharti karvaane ki baat kehna aur ab btc ki posting bhi isi tet par karna aur uska GO jaari hona bhi isi baat ka sanket hai ki sarkaar is tet par ungali nahi uthaa sakti .....

rahi baat btc ki to unki sankhya 3500 karib hai aur vishwaas rakhiyega ki sarkaar tab tak uni job pakki nahi karegi jab tak sabhi ki marksheet ka verification naa ho jaaye

aap log abhi bhi tet ki dhandhali ko is baat se jodkar dekh rahe hain ki sarkaar tet merit isme huyi dhandhali ki wajah se nahi karna chahti.

sarkaar kuch samay pehle tak tet merit ka support isliye nahi kar rahi thi ki isme use dhandhali nazar aa rahi thi par jab use lagaa ki isme marksheet bant chuki hai aur kuch hazaar candidates ki galti ki sazaa dusare candidates ko nahi di jaa sakti aur court bhi ise maanegi Isliye usne apna sur badla aur kaha ki tet ek eligibility exam hai aur us par merit nahi ban sakti .
yadi sarkaar is tet ko abhi bhi yahi maanti hai ki ispar wo bharti nahi karegi to uske paas yahi raasta hai ki wo tet 2012 ke baad vigyaapan laaye par uske liye 72825 ko kuch samay aur taalne ke liye is baar koi solid reason dena padega warna bharti jald hogi
ab sarkaar phir paala nahi badal sakti .........
YE SELECTION KIS BASE PAR HOGA YE COURT TAY KAREGA NAA KI AB SARKAAR.........................WAIT FOR 7 DECEMBER...............................

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From FB Group -Struggle for Right to Education Implementation"एक पहल"
Mayank Tiwari
A MASSAGE FROM RAMA TRIPATHI TO ALL TET MERIT SUPPORTER...

"Kathin Raah Par Chale Hoto Toofano Se Takrana Hi Hoga,
Sankalp Hai Gar Jeet Ka To Dhairya Se Ladana Hi Hoga,
Khud Ko Gar Tum Kho Diya To Haar Tum Par Hasega Aur,
Virodhi Har Waqt Saap Bankar Dansega...!"
Jai Hind Jai TET Jai Bharat

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FB Group -  UPTET QUALIFIED ACADEMIC MERIT GROUP


Dukh Hrn Dham RadheRadhe
UPTET acadmik PARIWAR
Sanya Gautam...
Court apne pairo par Kulhada
maregi agar TET Merit kam nam
lia to....
1. Court ko kaise pta ki yachi ka hit TET Merit me hai jbki usne bharti jaldi suru karne ke lie
writ dali hai.
2. Agar Court Antaryami hi hai
to Kapildev Yadav ka hit court ko kyu najar nhi aya?
3. Hajar bar Supreme Court ne bhi ye bat man li hai ki Neetigat mamlo me Highcourt tika-
tippadi na kre.
Ab agar Court ne jyada 3-5 kiya
TET ke favour me to Tandon ji ko job extension lekr Academic walo ki Writs final krni pdegi...

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Amit Pandey
Amit Pandey
aj ki jabardast breaking nws...

tet ka vigyapan jari na karne se hc kaafi naraj--etvup.
sakt kadam utha sakti hai high court..


-टीईटी अनिवार्यता अधिसूचना में देरी से खफा हाईकोर्ट की टिप्पणी

-मुख्य सचिव से हलफनामा के साथ स्पष्टीकरण मांगा
 इलाहाबाद : उच्च न्यायालय ने प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों एवं जूनियर हाईस्कूलों के अध्यापकों के लिए टीईटी की अनिवार्यता की अधिसूचना जारी करने में विलंब पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। अदालत ने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार बच्चों की शिक्षा के प्रति गंभीर नहीं है

न्यायालय ने राज्य सरकार द्वारा अपना स्टैण्ड बदलने व अधिसूचना जारी करने में देरी करने पर प्रदेश के मुख्य सचिव से स्पष्टीकरण के साथ व्यक्तिगत हलफनामा मांगा है। साथ ही पूछा है कि सरकार कार्यरत अध्यापकों पर टीईटी अनिवार्यता की अधिसूचना जारी करने में क्यों देरी कर रही है और क्या नियमावली में संशोधन किया जाना जरूरी है। सरकार ने पहले कहा कि अधिसूचना जारी करने जा रहे हैं, नियम में संशोधन नहीं होगा और बाद में नियमावली में संशोधन के लिए समय मांगा। याचिका की सुनवाई सात दिसंबर को होगी

यह आदेश न्यायमूर्ति अरुण टण्डन ने इन्द्रासन सिंह की याचिका पर दिया है। न्यायालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2009 में निश्शुल्क व अनिवार्य शिक्षा कानून पारित किया। इसके तहत राज्य सरकार ने 2011 में उप्र निश्शुल्क व अनिवार्य शिक्षा नियमावली भी बना ली है। इस नियमावली व कानून के तहत प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों एवं जूनियर हाईस्कूल के अध्यापकों की नियुक्ति की पात्रता टीईटी (अध्यापक पात्रता परीक्षा) है। कोर्ट में मौजूद प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने कोर्ट के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर नहीं दिया कि आखिर किन कारणों से अधिसूचना में विलंब हो रहा है। याचिका में कहा गया है कि इसके चलते बच्चों के शिक्षा पाने के अधिकार की पूर्ति नहीं हो पा रही है
News Source : Jagran (3.12.12)
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Court upset with UP Govt. sincerity towards implementation of RTE. 
Why government will not issue circular for - TET is mandatory for working teachers. And why they change stand for teachers selection, Is amendment in Niyamavali is MUST ??? etc.
मधुबन (मऊ) : उत्तर प्रदेश में 72 हजार शिक्षकों की भर्ती के संबंध में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के राज्य सरकार को दिए गए ताजा आदेश में है कि सात दिसंबर से पहले शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया हर हाल में पूरी की जाए। समय सीमा के समाप्त होने में मात्र तीन दिन शेष रह गया है लेकिन अब तक न तो सरकार की तरफ से कोई विज्ञापन जारी किया गया और न ही इस संबंध में कोई नई सूचना दी गई है। इससे टीइटी सफल अभ्यर्थी काफी आहत हैं

दुबारी विग्रहपुर निवासी संतोष शर्मा, ममता शर्मा, मनोज कुमार यादव कहते हैं कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा हमें छला जा रहा है। कोर्ट के आदेश के बावजूद अब तक नियुक्ति के संबंध में विज्ञापन निकालना तो दूर सरकार के तरफ से कोई सूचना तक नहीं दी गई। रमेश सिंह, राजेश यादव, जितेंद्र कुमार, मनोज उपाध्याय बताते हैं कि पिछले एक साल से शिक्षक बनने का सपना देखते देखते अब तो आंख पथरा चुकी है। अब तो हम लोग यह उम्मीद लगभग छोड़ ही चुके हैं
। दरगाह निवासी सतीश गुप्त, अजय शर्मा, श्रीराम, लियाकत अली आदि वर्तमान राज्य सरकार के ढुलमुल रवैये से काफी दुखी हैं। कहते हैं कि इंतजार की भी एक हद होती है। आखिर कब तक उम्मीद का दामन थामे रहें। यदि नियुक्ति नहीं होनी है तो कोई साफ तस्वीर तो उभर कर सामने आए। कभी हां, कभी ना कब तक चलेगा
News : Jagran
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इस साल भी नहीं मिले शिक्षक
•अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। सर्व शिक्षा अभियान के तहत शिक्षकों और बच्चों के बीच अनुपात दुरुस्त करने की जितनी कागजी कोशिशें हो रही हैं, नतीजे उसके उलटे ही दिख रहे हैं। पिछले चार वर्षों में प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के लिए रिक्तियां घोषित नहीं की गई। दो साल से केवल टीईटी का ही विवाद चल रहा है। केंद्रीय स्तर पर तीन दफे सीटीईटी हो च
ुका है लेकिन प्रदेश में पहले टीईटी के आधार पर ही अब तक चयन नहीं हो सका। नतीजा है कि बड़े पैमाने पर स्कूल बंद पड़े हैं। यह साल भी नियुक्तियों की चर्चा में निकल गया, स्कूलों में ताले लटकते रह गए।
बीएड बेरोजगारों को नई सरकार से उम्मीद थी लेकिन नौ महीने बीत गए, सरकार की तरफ से बड़ी पहल नहीं दिख रही है। कोर्ट की ओर से इस दिशा में पहल करने के बाद अब नए शैक्षिक सत्र में स्कूलों के ताले खुलने की उम्मीद जगी है। हाल यह है कि प्रदेश में लगभग पांच हजार विद्यालयों में ताले लगे हैं और साढ़े सात हजार विद्यालयों में केवल एक शिक्षक हैं। उनके छुट्टी पर होने पर विद्यालयों में पढ़ाई नहीं होती। माध्यमिक में हाल और खराब है, अधिकांश स्कूलों में मुख्य विषयों अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के शिक्षक ही नहीं हैं। शिक्षकों के चयन को लेकर जद्दोजहद का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। शिक्षा की रीढ़ कहे जाने वाले प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 73 हजार पदों पर भर्ती होनी थी। एनसीटीई से अनुमति लेकर प्रदेश सरकार ने टीईटी की मेरिट के आधार पर प्राथमिक विद्यालयों में खाली शिक्षकों के पदों को भरने के लिए विज्ञापन जारी किया था लेकिन प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती का काम ठप पड़ा है। कोर्ट की ओर से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश के बाद भी प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा पूरी तरह से शिक्षा मित्रों के भरोसे चल रही है। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री देवेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से टीजीटी-पीजीटी के चयन में अनियमितता के बाद जांच के कारण सभी प्रकार के चयन पर रोक लगी है। चयन बोर्ड के काम पर रोक लगने से पिछले सत्र और वर्तमान सत्र में शिक्षकों के रिक्त पड़े 25 हजार पदों पर गतिरोध बना है। शिक्षक नेता कौशल किशोर त्रिपाठी का कहना है कि स्कूलों में पढ़ाई के स्तर का गैप लगातार बढ़ता जा रहा है।
Source : http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20121203a_006174002&ileft=129&itop=357&zoomRatio=130&AN=20121203a_006174002


MPTET / CGTET / MP - Chattisgarh Teachers News : बंद हुए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के स्कूल, टीचर हड़ताल पर


मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के टीचर हड़ताल पर


मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के लाखों स्कूल टीचर तीन दिन की हड़ताल पर चले गए हैं.
मध्य प्रदेश के करीब ढाई लाख अध्यापक सोमवार से तीन दिन की हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताली टीचर समान काम, समान वेतन की मांग कर रहे हैं.

अध्यापकों की हड़ताल से राज्य के करीब एक लाख 20 हज़ार स्कूल सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में ताले लग गए हैं.

अध्यापकों की हड़ताल को संविदा शिक्षकों का पूरा समर्थन मिल रहा है. अध्यापकों का आंदेलन अध्यापक संयुक्त मोर्चा बैनर के तले पूरे राज्य में चलाया जा रहा है.

सूत्रों ने बताया कि राज्य के तकरीबन तीन लाख अध्यापक और संविदा शिक्षक इस हड़ताल में हिस्सा ले रहे हैं. 

मोर्चा के पदाधिकारियों के मुताबिक आगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानीं तो 3 से 5 दिसंबर तक चलने वाला उनका आंदोलन अनशन में तब्दील हो जाएगा. उन्होंने तो यहां तक कहा कि अध्यापक बोर्ड परीक्षा का भी बहिष्कार करेंगे.

उधर प्रदेश के विश्वविद्यालय कर्मचारी भी अपनी 12 सूत्री मांग को लेकर बेमियादी हड़ताल कर रहे हैं. इसमें बरकतउल्ला, माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, जबलपुर, रीवा, इंदौर, उज्जैन और चित्रकूट आदि के कर्मचारी शामिल हैं.

छत्तीसगढ़ में भी हड़ताल
मध्य प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ शिक्षाकर्मी भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. संविलियन और छठे वेतनमान की मांग को लेकर शिक्षाकर्मी रैली और सभी ज़िला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं.

राज्य में शिक्षाकर्मियों की हड़ताल में ब्लॉक स्तर के तकरीबन 1.80 लाख शिक्षाकर्मी हिस्सा ले रहे हैं. इस हड़ताल से करीब 21 हज़ार स्कूलों में तालाबंद की स्थिति बन गई है.

News Source : http://www.samaylive.com/regional-news-in-hindi/madhya-pradesh-news-in-hindi/181689/school-teachers-madhya-pradesh-chhattisgarh-strike.html
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During these days teachers job related problems are heard everywhere.
As RTE implementation created heavy demand of teachers. And TET exams are conducted everywhere.
This time news is related with Salary/ Sixth pay commission to Samvida Teachers

KVS Recruitment 2012 – Dy Commissioner, Asst Commissioner Vacancies


KVS Recruitment 2012 – Dy Commissioner, Asst Commissioner Vacancies: Kendriya Vidyalaya Sangathan has issued notification for recruitment of 20 Deputy Commissioner and Assistant Commissioner Vacancies. Eligible candidates may apply through prescribed application format on or before 10-12-2012. For more details regarding age limit, educational qualification, selection process, how to apply and other details are given below…

KVS Recruitment Vacancy Details:
Total No of Vacancies: 20
Names of Posts: 
1. Deputy Commissioner: 03 posts
2. Assistant Commissioner: 17 posts

Age Limit: Candidate age must be below 50 years as on 10-12-2012. (Age relaxations will be extended as per rules).

Educational Qualification: Candidate must possess Second Class Master Degree, B.Ed or equivalent degree, 05 years regular service as Educational Officer for Dy Commissioner post and Master Degree from a recognized University with atleast 45% marks, B.Ed or equivalent degree for Asst Commissioner post.

Application Fee Details: Applicants need to pay Rs. 1200/- in the form of challan can be downloaded from the notification and deposit in any branch of Indian Bank. In addition to fee, the Indian Bank will be charged Rs. 30/- as Service Charge. No Fee for SC/ST/Ex-Servicemen/PH candidates. The fee can also transferred from any Bank other than the Indian Bank, the following particulars are to be provided to the remitting Banker.
Bank: Indian Bank
Branch: Mehrauli Institutional Area, New Delhi
IFSC Code: IDIB000M089
Beneficiary Name: Kendriya Vidhalaya Sangathan
Account No. 405046333

Selection Procedure: Candidates will be selected on the basis of written Exam followed by Interview.

How to Apply: Eligible candidates may apply through prescribed application format available in the notification. Fill it with all mandatory details, attach photograph, attest signature, super scribe “Application for the post ______ in the KVS for the year 2012-13″ on the envelope and send it along with Original counterfoil of the fee payment challan and copies of all relevant certificates duly attested by Gazetted Officer to the following address “To the Joint Commissioner (Admn.), Kendriya Vidyalaya Sangathan 18, Institutional Area, Shaheed Jeet Singh Marg, New Delhi – 110 016″ by Registered/ Speed Post on or before 10-12-2012.

Last Date for Receipt of Application: 10-12-2012
For more details regarding age limit, educational qualification, selection, vacancies, experience, how to apply and other details are available at following link…,

www.ctet.nic.in | CBSE CTET Answer Key 2012 – Paper 1 and 2 Answer Key Download | CTET 2012 Results 
CTET NOVEMBER 2012 QUESTION PAPER SOLUTION
PAPER-2 : Child Development
Question Number CORRECT ANSWER
W X Y Z
01 26 14 26 John Dewey
02 28 20 18 Overlook this fact and treat such a child at per with other
children
03 27 19 17 Promoting such students to next higher grade by skipping
the present grade
04 29 21 19 Write an original play on given concepts
05 30 22 20 surgeon
06 23 16 Realize their full potential without any help
07 22 15 27 Developmental Stages
08 25 18 Age-wise more homogeneous
09 24 17 Development is relatively orderly
10 15 11 Temporary support in learning by adults
11 14 10 Correct syntactically but semantically incorrect
12 17 12 28 Decrease, has no effect on
13 10 4 21 Culture-free IQ
14 16 9 29 Theory of hierarchical needs
15 5 28 3 J P Guilford’s theory of structure of intellect
16 3 23 8 For, connections
17 8 27 1 Stereotyping of masculine and feminine roles takes place in
schools also
18 6 29 2 Adapt, perturbs
19 12 8 23 Appropriate governments will ensure admission, attendance
and completion of elementary education
20 11 7 22 Rigidity of planning
21 13 6 24 Ability to monitor their own learning
22 18 13 30 Progressive schools
23 9 5 25 Of facilitating social participation
24 4 25 5 External rewards are not enough to keep him/her motivated
25 7 30 4 The tendency to persist at challenging tasks
CTET NOVEMBER 2012 QUESTION PAPER SOLUTION




PAPER-2 : Mathematics
26 1 24 7 Difficulty level of the question
27 2 26 6 Higher order divergent
28 20 3 Oh really, your mother rang up Principal ma’am last night,
Did she seek an appointment with her ?
29 19 1 B and A
30 21 2 It is subjective evidence of bahaviour and therefore does not
provide feedback for scholastic area
Question Number CORRECT ANSWER
W X Y Z
31 43 59 55 7
10
32 42 59 54 1
2
33 36 53 60 304705
34 49 37 68
35 48 35 30300000
36 44 31 77
37 51 36 3
38 41 60 53 144
39 39 55 57 300
40 37 54 65 10.089
41 40 57 59 289
42 38 56 6
43 57 51 32 9
4p
44 56 50 31 2
2
A
l
l
+
45 58 52 33 2
34
7
46 46 33 25cm2
47 45 32 57
48 47 34 DPQR @ DTRQ
CTET NOVEMBER 2012 QUESTION PAPER SOLUTION
PAPER-2 : Science
49 50 38 X+2
50 35 42 49
2
63
x
x
=
-
51 34 41 48 There is a gap between instructions given in class and the
assessment conducted
52 32 39 46 Giving an opportunity to students to think and reflect
53 60 49 52 Students have not learnt the logical proof for the statement
in the class
54 59 48 51 Record of assignments, worksheets, maths lab activity
record, write-up of any mathematics model, mathematical
posters and cards, any new type of problem attempted or
generalizations made etc.
55 33 40 47 Appropriate, as all units of mathematics aim at this only
56 31 43 50 National Curriculum Framework 2005
57 53 44 34 analysis
58 55 46 36 To enhance spatial ability of the learner so that she/he can
see the complete unit as a whole
59 54 45 35 Writing of thoughts on social issues can be developed as a
regular habit and the opportunities to make your thoughts
public can be availed through participation in essay
competition
60 52 47 37 Write any 5 numbers whose cube is more than 64
Question Number CORRECT ANSWER
W X Y Z
71 61 80 79 A, B and C
90 62 81 77 Drawing a design
72 63 79 78 A and B
70 64 76 82 Ingestion_digestion_absorption _assimilation _egestion
89 65 77 80 Using hand-on activities involving concrete objects for
simplification of abstract concepts
88 66 78 81 Plan the level of instruction slightly above the level of
individual students but well within the level of the class
75 67 61 78 Comprehensive programme for the protection of all the

रसड़ा (बलिया) : टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा तहसील इकाई शाखा रसड़ा की बैठक शुक्रवार को सिद्ध संत श्रीनाथ बाबा के प्रागंण में हुई। इसमें उप्र शासन द्वारा 72825 टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया आठ माह बीत जाने के बाद भी शुरू न करने पर भारी आक्रोश व्यक्त किया। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती में सपा सरकार की नीयत में खोट नजर आ रही है नहीं तो अब तक माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में भर्ती की विज्ञप्ति जारी कर चुकी होती बैठक को अमित श्रीवास्तव, अनंत गुप्ता, दिलीप चौहान, रोशन जौहरी, रवींद्र कुशवाहा, विद्यानंद चौहान, रामविचार यादव, अमित सिंह, रणविजय सिंह आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता अध्यक्ष कौशल गुप्ता तथा संचालन मीडिया प्रभारी राहुल कुमार ने किया



News : Jagran (30.9.12)
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Candidates are upset over delay and uncertainty in recruitment process.

मैनपुरी : नगर के फूलबाग में बीएड अभ्यर्थियों की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कहा गया कि सरकार जल्द बीएड डिग्री धारकों के साथ ही उन्हें भी नौकरी दे। जो टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने में कुछ अंकों से रह गये हैं, उन्हें कम से कम 5 प्रतिशत छूट देकर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाए। बैठक में कहा गया यदि टीईटी अभ्यर्थियों को 5 प्रतिशत छूट न मिली तो आगामी 5 दिसंबर को लखनऊ में बीएड अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर बैठेंगे। बैठक में कृतज्ञ मित्र, कमलेश चौधरी, सुनील यादव, सुमन यादव, राजू, विजय, लता राठौर, पंकज यादव आदि मौजूद थे।


News : Jagran (1.12.12)
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As per NCTE guideline pass marks in TET exam is 60% for general candidates/ and for reserved category relaxation can be granted, normally 5%.
In news candidate demanded 5% relaxation for those who are failed to achieve prescribed cut-off,
 In UP vacancies are in high numbers and attraction towards government job is high.

मुहम्मदाबाद गोहना (मऊ) : स्थानीय कस्बे में शनिवार को टीइटी संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। इसमें एकजुट होकर संघर्ष करने का निर्णय लिया गया।

सुनील गावस्कर ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार सिर्फ टीइटी अभ्यर्थियों को मोहरा बना रही है। सरकार प्राइमरी शिक्षा में सुधार की बात तो करती है परन्तु जब शिक्षकों के भर्ती की बात आती है तो राजनीति करने लगती है। संजय यादव ने कहा कि हम सभी टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को एकजुट होकर पूर्व में निकले विज्ञापन के लिए संघर्ष करना है। पूरे प्रदेश में लगभग तीन लाख प्राइमरी शिक्षकों का पद खाली है इनको न भरने से करोड़ों नौनिहालों की जिंदगी प्रभावित हो रही है। बैठक में बृजेश चौहान, चंद्रशेखर गोड़, शबा परवीन, अरविंद पांडेय, रामविनय यादव, मुख्तार अहमद, श्यामदुलारे, लोकनाथ यादव, सुभाष मौर्य, आशीष शुक्ला आदि उपस्थित थे


News Source : Jagran (1.12.12)
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Huge number of jobs (Approx 3 Lakh) created to implement RTE. And candidates are eagerly waiting for recruitment advertisement to come and fill these posts.

सहारनपुर । अब वह जमाना गुजर गया, जब बीटीसी करने के बाद नौकरी की 'गारंटी' होती थी। दरअसल सेवानिवृत शिक्षकों के सापेक्ष प्रशिक्षित शिक्षकों की संख्या कम थी। टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) लागू होने से उम्म्मीदों पर तुषारापात हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक की नौकरी के लिए दो दर्जन मृतक आश्रित कतार में हैं।

प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में दो वर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण पूरा के बाद शिक्षक की नौकरी एक 'गारंटी' बन गई थी। वर्ष 1980 तक बीटीसी प्रशिक्षण पूरा करने वाले अभ्यर्थियों को करीब 12 वर्ष बाद नौकरी मिलना आरंभ हुई थी। इसका कारण बीच की अवधि के दौरान कम शिक्षकों का सेवानिवृत होना रहा था। वर्ष 1992 के बाद सेवानिवृत शिक्षकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ, जिसके चलते बीटीसी कर चुके अभ्यर्थियों को वरीयता क्रम में नौकरी मिली। इसके बाद वर्ष 1998 तक बीटीसी में प्रवेश लेने वालों को प्रशिक्षण पूरा करने के साथ ही नौकरी मिलती चली गई।

यहां लगा ब्रेक

बीटीसी-2001 की प्रक्रिया में फंसा कांटा वर्ष 2009 में बाहर निकाला जा सका। इसके बाद जिले में इस बैच के करीब 90 अभ्यर्थियों को फरवरी 2009 में नौकरी मिल सकी थी। इसी बीच शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए विशिष्ट बीटीसी के माध्यम से रिक्त पद जा सके थे।

टीईटी बनी बड़ा कांटा

टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) लागू होने के बाद मामले में फंसे पेंच ने नौकरी की राह में काटे बिछाने का काम किया है। बीटीसी प्रशिक्षण के बाद अब टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा। इसके बाद ही नौकरी के लिए पात्रता पूरी होगी।

मृतक आश्रित भी कतार में

बेसिक शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शिक्षक की नौकरी के लिए करीब दो दर्जन मृतक आश्रित कतार में हैं और इनमें अधिकांश स्नातक हैं। शिक्षा अधिकार कानून लागू होने के बाद विभाग सीधे नियुक्ति देने में असमर्थ है। बीएसए शैलेंद्र सिंह का कहना है कि मृतक आश्रितों के लिए चतुर्थ श्रेणी के पदों पर ही नियुक्ति का विकल्प खुला है।

जल्द निर्णय ले सरकार

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री मुकेश शर्मा का कहना है शिक्षकों की नियुक्ति में देरी से स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। मामले को जल्द सुलझाने तथा मृतक आश्रितों को शिक्षक नियुक्त करने में सरकार को गंभीरता से प्रयास करने चाहिए


Source : Jagran ( 2.12.12)
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TET Exam ruled out guaranteed selection of BTC candidates, TET comes into force as per NCTE guidelines and to enhance quality in education.



जयपुर। थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में चयन के बाद भी नियुक्ति नहीं मिलने से गुस्साए बीएसटीसी धारक रोजाना आंदोलन का नया तरीका अपना रहे हैं। शनिवार को शिक्षा संकुल के बाहर उन्होंने गधों को गुलाब जामुन खिलाकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को देखने के लिए राहगीरों की भीड़ लग गई।


बीएसटीसी धारक टेट में 55 प्रतिशत से कम अंक वालों की थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती में चयन पर रोक लगने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान शिक्षा संकुल के बाहर उनका छठे दिन भी धरना जारी रहा। बीएसटीसी शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना था कि सरकार इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही और लापरवाही बरत रही है। इससे 17 हजार चयनित शिक्षकों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। देश के कई राज्यों मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश और उड़ीसा में शिक्षक भर्ती के दौरान टेट में छूट दी गई है। राजस्थान में भी इन राज्यों की तरह छूट का प्रावधान किया जाना चाहिए

News Source : bhaskar.com (1.12.12)
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Analysis : 
Accoding to NCTE guidelines - TET exam mandatory to qualify to become teacher.

For General Category - Minimum 60% to qualify
For Reserved category - Minimum 55% to qualify (in normal practice as state has some power for relaxation, In CTET exam it is 55%)

BSTC candidate demanded to lower this cutoff as it happens in some states like MP, Orissa, Andhra Pradesh.

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