बनना है शिक्षक तो जेब करनी होगी ढीली
लखनऊ।
टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों को प्रशिक्षु शिक्षक बनने के लिए इस बार अधिक
जेब ढीली करनी पड़ेगी। राज्य सरकार ने शिक्षकों की भर्ती के लिए कहीं से
भी आवेदन करने की छूट दे रखी है। इसलिए अधिकतर अभ्यर्थी सर्वाधिक रिक्त पद
वाले जिलों में आवेदन करने के लिए भाग रहे हैं। आवेदन के लिए सामान्य और
पिछड़ा वर्ग के लिए 500 और अनुसूचित जाति व जनजाति के लिए 200 रुपये शुल्क
रखा गया है। इस हिसाब से देखा जाए तो सामान्य वर्ग के एक आवेदक ने यदि 10
जिलों में आवेदन किया तो उसे न्यूनतम 5000 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
राज्य
सरकार ने प्राथमिक स्कूलों में 72 हजार 825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती
का निर्णय लिया है। इसके आधार पर टीईटी पास बीएड डिग्रीधारकों से 31 दिसंबर
तक ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। अभ्यर्थियों को किसी भी जिले में आवेदन
करने की छूट होगी, बशर्ते उसे उस जिले का निवास प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना
होगा। सर्वाधिक पद छोटे जिलों में ही है।
उदाहरण के लिए लखीमपुर 6200, शाहजहांपुर 2800 व आजमगढ़ में 2000 पद हैं। ब्यूरो
अधिक पद वाले जिलों में होगी सर्वाधिक मारामारी
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