
इलाहाबाद/ब्यूरो | Last updated on: December 4, 2012 12:35 PM IST
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग की ओर 
से संचालित परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के खाली पदों पर भर्ती 
से पूर्व बीटीसी-2010 का परिणाम घोषित नहीं होने से 15,300 अभ्यर्थी नौकरी 
पाने के अवसर से वंचित हो रहे हैं। परिणाम घोषित करने की प्रशिक्षुओं की 
मांग को दरकिनार कर सरकार ने आवेदन की तिथि बीत जाने के बाद भी बीटीसी-2010
 परिणाम घोषित नहीं की है।
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर 
से आठ अक्टूबर 2012 से 31 दिसंबर 2012 के बीच शिक्षकों की भर्ती के लिए 
निर्देश जारी किया गया है। विभाग की ओर से इन पदों पर भर्ती के लिए 20 
अकटूबर से 20 नवंबर के बीच आवेदन की तिथि रखी गई थी। बीटीसी प्रशिक्षुओं की
 मांग के बाद भी परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से परिणाम की घोषणा नहीं 
की गई।
बीटीसी 2010 बैच की प्रायोगिक परीक्षा के बाद भी अंतिम 
परिणाम जारी नहीं होने से इस बैच के 15,300 प्रशिक्षुओं को इस भर्ती से 
वंचित होना पड़ रहा है। बीटीसी प्रशिक्षुओं का कहना है कि उन लोगों ने 
भर्ती की अर्हता टीटीटी भी पास कर ली है, ऐसे में परीक्षा परिणाम की देरी 
के कारण उन्हें शिक्षक भर्ती से वंचित होना पड़ेगा। इन अभ्यर्थियों ने 
ऑनलाइन आवेदन की तिथि बढ़ाने की भी मांग की थी परंतु इस पर कोई सुनवाई नहीं
 हुई। 
बीटीसी प्रशिक्षुओं का कहना है कि 2010 बैच के प्रशिक्षण की 
अवधि एक जुलाई से 30 जून 2012 तक रखी गई थी, दिसंबर शुरू हो जाने के बाद भी
 बीटीसी 2010 का परिणाम घोषित नहीं किया गया है। प्रशिक्षुओं ने बीटीसी का 
परिणाम तत्काल घोषित करने के साथ ही आवेदन की तिथि आगे बढ़ाने की मांग की 
है। परीक्षा परिणाम की बावत सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी भावना 
शिक्षार्थी का कहना है कि 18 दिसंबर तक बीटीसी 2010 का परिणाम घोषित किया 
जाएगा।